भारत की प्राचीन संस्कृति और आस्था का प्रतीक महाकुंभ 2025, प्रयागराज में होने जा रहा है। इसकी तैयारियां जोरों पर हैं। यह आयोजन न केवल आध्यात्मिक महत्व रखता है, बल्कि भारतीय संस्कृति की समृद्धि का भी प्रतीक है।
महाकुंभ 2025: क्या हैं खास बातें? 1. विशाल स्नान घाट: इस बार नए और बेहतर घाट तैयार किए जा रहे हैं, ताकि श्रद्धालुओं को स्नान में सुविधा मिले।
आधुनिक व्यवस्थाएं: डिजिटल टिकटिंग, ऑनलाइन पंजीकरण और जीपीएस-आधारित ट्रैकिंग जैसी सेवाएं लागू की जा रही हैं।
सुरक्षा प्रबंध: लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए हाई-टेक उपकरण और प्रशिक्षित सुरक्षा बल तैनात किए जा रहे हैं।
संस्कृतिक कार्यक्रम: महाकुंभ में आध्यात्मिक प्रवचन, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और विभिन्न कार्यशालाओं का आयोजन होगा।
महत्वपूर्ण तिथियां और स्थान महाकुंभ 2025 का शुभारंभ मकर संक्रांति के पवित्र स्नान के साथ होगा। मुख्य स्नान तिथियों में पौष पूर्णिमा, मौनी अमावस्या, वसंत पंचमी और महाशिवरात्रि शामिल हैं।